बिल्सी – आज नगर बिल्सी के अंबियापुर चौराहे पर स्तिथि सम्राट अशोक महान चौक पर मौर्य समाज के लोगों ने सम्राट अशोक धम्म विजय दिवस समारोह मनाया। पंचशील मोमबत्ती जलाकर भगवान बुद्ध की वंदना कर उनके उपदेशों और अशोक महान के द्वारा जनहित में किए गए दायित्वों एवं अशोक धम्म विजय दिवस पर विस्तृत चर्चा की।
इस दौरान बौद्ध धम्म संघ के अध्यक्ष डॉ.चेतराम शाक्य ने कहा कि सम्राट अशोक ही भारत के सबसे शक्तिशाली महान सम्राट है। सम्राट अशोक को ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक’ कहा जाता है, जिसका अर्थ है ‘सम्राटों के सम्राट’, और यह स्थान भारत में केवल सम्राट अशोक महान को मिला है।चक्रवर्ती सम्राट अशोक, प्रियदर्शी, लोक कल्याणकारी राजा के साथ-साथ एक कुशल प्रशासक एवं विश्वविजेता थे। शांति की स्थापना के लिए उन्होंने पूरे विश्व को संगठित किया। डॉ. अरविन्द शाक्य ने कहा कि सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध में हुए रक्तपात को देखा तो उनका मन अशांत हो गया। और बौद्ध धर्म को स्वीकर कर शान्ति का सन्देश दिया। टिंकू शाक्य ने कहा कि सम्राट अशोक ने अपने मन को शान्त रखने के लिए बौद्ध धम्म की दीक्षा ली और यह निश्चय किया कि अब मैं कोई भी युद्ध नहीं करुंगा और अहिंसा के मार्ग पर चलूंगा। सम्राट अशोक ने पूरे विश्व को शांति का पाठ पढ़ाया। सहिष्णुता, साम्प्रदायिक सद्भाव, शांति और अहिंसा की उनकी नीति ने सभी को प्रभावित किया। इस अवसर पर
नगर पालिका अध्यक्ष ज्ञानदेवी सागर पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश सागर ,
जय वीर शाक्य सभासद रामसिंह शाक्य राममूर्ति मौर्य राजाराम शाक्य मुकेश मौर्य लीतेश शाक्य गुड्डू शाक्य राकेश शाक्य के साथ दर्जनों लोग मौजूद रहे।
