बिल्सी: नगर के बाबा इंटरनेशनल स्कूल में ‘कुकिंग विदाउट फायर’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा-3 से कक्षा-9 तक के विद्याथियों ने प्रतिभाग किया | विद्यार्थियों ने आग का इस्तेमाल किये बिना विभिन्न देशों की सांस्कृतिक पृष्ठ भूमि पर आधारित स्वादिष्ट व पौष्टिक व्यंजन तैयार किए। विद्यार्थियों ने मिक्स फ्रूट जूस, ड्राई फ्रूट मिल्क शेक, बनाना मिल्क शेक, मिक्स वेज सलाद, स्प्राउट सलाद, चॉकलेट डिप कुकीज, पीनट बटर बॉल्स, जैम बिस्किट, वनीला स्पंज केक, मुंबईया भेलपुरी, मिक्स फ्रूट चाट, दही भल्ले, वेज सैंडविच, व्रेड बढ़ा, आदि व्यंजनों को तैयार कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इस गतिविधि का उद्देश्य बच्चों को ताजा, किफायती खाद्य पदार्थों के साथ स्वस्थ भोजन विकल्प बनाने के लिए प्रेरित और सशक्त बनाना था। बच्चों को भोजन तैयार करने में विकसित करना उन्हें पोषण की दुनिया के बारे में जिम्मेदारी और जागरूकता सीखने में मदद करने के अलावा सुरक्षा और रचनात्मकता सिखाता है। प्रतियोगिता में बच्चों ने खाना बनाने में अपने पाक कौशल का प्रदर्शन करने के लिए अपने शेफ कैप, एप्रन, हैण्ड ग्लव्स, का प्रयोग करते हुए साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया |
प्रतियोगिता में कक्षा-3 से प्रथम स्थान- अनवी वार्ष्णेय, कक्षा-4 से प्रथम स्थान- रोनित वार्ष्णेय, कक्षा-5 से प्रथम स्थान- आरना शंखधार, कक्षा-6 से प्रथम स्थान- अर्श माहेश्वरी, कक्षा-7 से प्रथम स्थान- युगांक आनंद, कक्षा 8 से प्रथम स्थान-रूद्र प्रताप तथा कक्षा-9 से प्रथम स्थान- साक्षी ने प्राप्त किया |
विद्यालय डायरेक्टर अनुज वार्ष्णेय, व विद्यालय निदेशिका साधना वार्ष्णेय ने कहा कि अग्निरहित खाना बनाने से खाद्य पदार्थों में मौजूद पोषक तत्वों का ह्रास नही होता है तथा समय और ऊर्जा की भी बचत होती है इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को उनकी कुलिनरी क्षमता, रचनात्मकता और टीम वर्क कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करता है |
विद्यालय प्रधानाचार्या रूपा माहेश्वरी ने सभी व्यंजनों का मूल्यांकन किया तथा छात्रों से उनके व्यंजनों के बारे जानकारी में प्राप्त की और कहा कि हमें नियमित रूप से ऐसे व्यंजनों को आहार के रूप में ग्रहण करना चाहिए जिन्हें आग में पकाए बिना खाया जा सके। ये व्यंजन न केवल इंधन बचाते हैं बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। हमें नियमित रूप से अंकुरित अनाज, फल एवं जूस का सेवन करना चाहिए, इससे शारीरिक एवं बौद्धिक विकास होता है।
प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल में साजिद रजा रहे।
इस अवसर पर विद्यालय प्रशासक अमित माहेश्वरी तथा समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
