बदायूं, बिल्सी विधायक हरीश शाक्य केपिता स्वर्गीय नेकराम शाक्य के द्वितीय पनिशमिंट पुण्यतिथि के अवसर परहवन पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसे सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने संपन्न कराया ! आचार्य ने कहा “जन्म के साथ ही मृत्यु निश्चित हो जाती है ! जन्म और मृत्यु के बीच का नाम जीवन है ! जीवन कैसे जीना है यही सीखना बड़ी बात है ! संसार में सब धन कमाने की कला सिखाते हैं पर जो धन से पहले यश और कीर्ति कमाने का विचार करते हैं वही सही जीवन जीते हैं और जब भी संसार से जाते हैं तो दुनिया उनके लिए रोती है याद करती है !
विधायक हरीश शाक्य ने कहा “पिता का साया सर से उठने के बाद हम पिता की भूमिका को समझ पाते हैं ! पिता वह होता है जो अपनी संतान के लिए दुनिया भर के दुःख उठाने को तैयार रहता है ! इस अवसर पर समस्त परिजन इष्ट मित्र मौजूद रहे !
