भाई हिरदा राम
(28.11.1885 – 21.08.1965)
भाई हिरदा राम (Bhai Hirda Ram का जन्म हिमाचल प्रदेश (तत्कालीन पंजाब) के मंडी जिले में हुआ था। वे भगत सिंह के प्रेरणा स्रोत थे। पहले लाहौर षडयंत्र केस में उन पर जालंधर में बम बनाने और सेना के साथ छेड़-छाड़ करने का आरोप लगाया गया। ट्रिब्यूनल ने उन्हें षडयंत्र का सबसे महत्वपूर्ण सदस्य माना। 13 सितंबर, 1915 को उन्हें भारतीय दंड संहिता की धाराओं 121, 121ए, 122, 131, 302, 397, 398 और 395 के तहत मौत की सजा सुनाई गई। बाद में इस सजा को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की सेलुलर जेल में आजीवन कारावास में बदल दिया गया।