बदायूँ लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद माननीय आदित्य यादव जी ने अपने लोकसभा क्षेत्र 23-बदायूँ स्थित ग्राम मझिया में सम्राट अशोक पर्यटक स्थल बुद्ध
बिहार, सूर्यकुण्ड में भगवान बुद्ध की प्रतिमा तोडने व कब्जा करने तथा पूज्य बौद्ध भिक्षुओं को पुनः सम्राट अशोक पर्यटक स्थल बुद्ध बिहार, सूर्यकुण्ड, मझिया (बदायूँ) में स्थापित करने के सम्बन्ध में माननीय मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि सम्राट अशोक पर्यटक स्थल बुद्ध बिहार, सूर्यकुण्ड मझिया, बदायूँ में भगवान बुद्ध ने अपने समय वर्षावास किया था और बौद्ध वृक्ष के नीचे बैठकर अपने अनुयायियों को उपदेश दिये थे। यहां पर कई प्राचीनकाल के बुद्ध स्तूप भी बने हुए है। काफी लम्बे समय से पूज्य भन्तें इस बुद्ध बिहार में रहकर भगवान बुद्ध की प्रार्थना एवं पूजा अर्चना करते आ रहे है। ऐसे पौराणिक स्थल को तत्कालीन मुख्यमंत्री उ0प्र0 श्री अखिलेश यादव ने दिनांक 03 जनवरी 2017 को सम्राट अशोक बुद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया जिससे कि ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरोहर का संरक्षण किया जा सके। वर्ष 2017 में उ0प्र0 की समाजवादी पार्टी सरकार ने इस पर्यटक स्थल का सौन्दर्यीकरण व जीर्णोद्धार कराया था।
दिनांक 07 दिसम्बर 2024 को कुछ असामाजिक तत्वों ने बुद्ध बिहार पंहुचकर वहां पर रह रहे पूज्य भन्तें लोगों के साथ अभद्र व्यवहार किया और अफवाह फैलाई की यहां पर शिवलिंग निकली है इसके बाद उन्होनें चौकी इंचार्ज जवाहरपुरी और इंस्पेक्टर सिविल लाइन्स, बदायूँ को बुलाया और चैकी इंचार्ज ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा को तोडने का अथक प्रयास किया तथा वहां पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरे को भी तोडा तथा पूज्य भन्तंेे लोगों का सामान बाहर फेंक कर उन्हें भगा दिया और चैकी इंचार्ज ने जबरदस्ती अपना ताला लगा दिया और पूज्य भन्तें लोगों को थाने ले जाकर बन्द कर दिया और एकतरफा कार्यवाही की गयी। इस घटना के बाद केवल बदायूँ ही नहीं बल्कि देश और प्रदेश में भगवान बुद्ध पर आस्था रखने वाले लोगों में भारी आक्रोष है।
अतः मा0 सांसद श्री आदित्य यादव जी ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि इस गम्भीर घटना का संज्ञान ले और पूज्य बौद्ध भिक्षुओं को पुनः सम्राट अशोक पर्यटक स्थल बुद्ध बिहार, सूर्यकुण्ड मझिया, बदायॅू में स्थापित करने तथा दोषियों के विरूद्ध कडी से कडी कार्यवाही करने एवं प्रकरण की निष्पक्ष जाचं कराने का कष्ट करें। ताकि भविष्य में भगवान बुद्ध को मानने वाले लोगों के आस्था के साथ कोई भी खिलवाड न कर सकें।
