उझानी बदांयू 30 दिसंबर। सोमवती अमावस्या पर कछला गंगाघाट आज भोर से पूरे दिन आस्था से सराबोर रहा। रात से चल रही शीतलहर भी श्रृद्धालुओं के कदम रोक ना सकी, आस्था के साथ स्नानार्थियों ने गंगा में डुबकी लगाई , पूरे दिन घाट पर हर-हर गंगे के जयकारे गूंजते रहे। आसपास के जिलों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद घाट पर ही पूजा-अर्चना की। संत और पुरोहितों व महात्माओं को दक्षिणा भेंट की।
कछला गंगाघाट पर सोमवार तड़के 4 बजे से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। निजी वाहनों, बसों और ट्रेन समेत बाइक, कार, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाने के बाद सबसे पहले सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। फिर अपने इष्ट देव और पूर्वजों को याद किया। वही महिलाओं ने गंगा मईया की आरती कर कन्याओं को प्रसाद भी वितरित किया।
आचार्य राजेश शर्मा बताते हैं कि सोमवती अमावस्या पर स्नान के बाद पूजन का कई गुना अधिक पुण्य अर्जित होता है। इस दिन दान भी अपनी अलग ही अहमियत रखता है। घाट पर पुलिस के पर्याप्त इंतजाम रहे। कासगंज साईड पर कुछ देर को जाम भी लगा।
सिकन्द्रराराऊ के श्रृद्धालु की पेंट गायब।
कछला गंगाघाट पर हाथरस जिले के कस्बा सिकन्द्रराराऊ निवासी अमोल कुमार पुत्र संजय सिंह की पेंट चोरी हो गई। वह उसे तख्त पर रखकर गंगा स्नान के लिए चले गए थे। जेब में तीन हजार रुपये और मोबाइल था।