पत्रकार मुकेश चंद्राकर।
मुकेश उन कुछ पत्रकारों में से एक थे, जो दो सालों पहले बस्तर के जंगलों में गए। फिर नक्सलियों के चंगुल से CRPF के जवानों को छुड़ाकर ले आए।
कुछ दिनों पहले एक सड़क की क्वालिटी पर स्टोरी की। सड़क का दाम 120 करोड़ रुपए। बनवाने वाले ठेकेदार सुरेश चंद्राकर पर जांच बैठ गई।
फिर दो दिनों पहले ठेकेदार के भाई नरेश ने पत्रकार मुकेश को मिलने के लिए बुलाया।
और मुकेश की ठेकेदार के घर में बने सेप्टिक टैंक से लाश बरामद हुई। मुकेश की पीठ पर घाव होने की सूचना मिली। और लाश को सेप्टिक टैंक में डालकर ऊपर से कंक्रीट की एक लेयर बिछा दी गई।