वसंत पंचमी से रंगों का त्योहार शुरू हो गया. वसंत पंचमी के दिन राम मंदिर में रामलला को लाल रंग का गुलाल लगाया गया. अब रोजना 40 दिन तक रामलला को अलग-अलग रंगों का अबीर-गुलाल लगाया जाएगा. भगवान को अर्पित गुलाल को पुजारी समेत भक्त भी लगाते रहेंगे. इस साल रंगभरी के दिन से यह उत्सव और भी विस्तार लेगा. श्रृंगार के समय आराध्य को विशिष्ट भोग भी अर्पित किया जाता रहेगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह दूसरी होली होगी. राम मंदिर में इस बार खास उत्सव मनाने की योजना है. भक्तों की ओर से भेजा गया गुलाल उन्हें अर्पित किया जाता है. वसंत पंचमी के अवसर पर विधिवत भगवान की पूजा की गई.
बसंत पंचमी के दिन पहले अभिषेक हुआ और श्रृंगार के समय रामलला के मस्तक पर रंग बिरंगा गुलाल लगाया गया. इसी गुलाल को बाद में भक्तों ने भी एक दूसरे को लगाया. एक भक्त ने बताया कि अब श्रृंगार में नित्य भगवान को गुलाल अर्पित किया जाएगा. इस बार 14 मार्च को रंग खेला जाएगा. ट्रस्टी डा. अनिल कुमार मिश्र कहते हैं कि भगवान को गुलाल लगा कर रंगों के उत्सव का श्रीगणेश हो गया है. छह फरवरी से रामलला का दर्शन परिवर्तित समय समय सारिणी के अनुरूप शुरू होगा. सुबह छह बजे से रात्रि नौ बजे तक भक्त रामलला का दर्शन कर सकेंगे.
जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल कुमार मिश्र ने रामलला के दर्शन व आरती की नई समय सारिणी जारी कर दी है. जिसके तहत अब सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक भक्तों को रामलला के दर्शन होंगे.