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बरेली _ नगर निगम के महापौर डॉक्टर उमेश गौतम की अकूत संपत्ति की जांच शुरू हो गई है। भाजपा नेता महेश पांडेय की शिकायत पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच का जिम्मा बरेली के अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) को सौपा गया है। एडीएम सिटी कार्यालय की ओर से जारी किए गए एक पत्र में इसकी पुष्टि की गई है। यह पत्र विगत 28 जनवरी को भेजा गया है। अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) की ओर से भेजे गए पत्रांक संख्या 2-/एसटी 2025 में कहा गया है कि श्री महेश पांडेय निवासी खजाना कोठी फूल बाग थाना किला। आप द्वारा निर्देशक, प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार नई दिल्ली एवं मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को संबोधित इस आशय का शिकायती पत्र दिया गया है कि उमेश गौतम पुत्र श्री केके गौतम निवासी सिविल लाइंस बड़े डाकखाने के सामने बरेली द्वारा अपने पद एवं अधिकारों का दुरुपयोग कर तथा नगर निगम की व अन्य सरकारी संपत्तियों को खुर्द बुर्द कर एकत्र की गई अकूत संपत्ति की जांच एवं उमेश गौतम द्वारा नगर निगम बरेली के महापौर पद पर निर्वाचित होने के बाद इनके द्वारा सरकारी धन की बंदरबांट करके कई 100 करोड रुपए की संपत्ति एकत्र की है जोकि आय के स्रोतों से कई सौ गुना अधिक है। इस प्रकरण की जांच किए जाने हेतु कहा गया है उक्त शिकायत की जांच जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में अधोहस्ताक्षरी द्वारा की जा रही है अतः उक्त के संबंध में आपको सूचित किया जाता है कि आप पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर अपना पक्ष साक्ष्यों सहित अधोहस्ताक्षरी के समक्ष प्रस्तुत करें। (सौरभ दुवे) अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) बरेली प्रभारी निरीक्षक थाना किला जिला बरेली को पत्र की दो प्रतियां इस आशय से प्रेषित की गई है कि विशेष वाहन भेजकर एक प्रति उपरोक्त पर नियमानुसार तमिल कराकर तामील प्रति शीघ्र वापस भेजें। बता दें कि महेश पांडेय ने ईडी को दी गई शिकायत में मेयर उमेश गौतम की इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी नोएडा और बरेली में विभिन्न जगहों पर खरीदी गई चल अचल संपत्तियों का ब्योरा दिया गया था। महेश पांडे किस दिन एडीएम को दस्तावेज सौंपेंगे यह अभी अभी निर्धारित नहीं है। बताया जाता है कि उन्होंने जल्द ही दस्तावेज सौंपने की बात कही है। ऐसे में मेयर उमेश गौतम की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।