रिपोर्ट (षट्वदन शंखधार)
कल्पकथा साहित्य संस्था के संस्थापक पवनेश मिश्रा ने बताया कि दिनांक ०२ मार्च २०२५ रविवार को “कल्पकथा परिवार, साहित्य एवं संवाद परिवार,” के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित, एवं “रेड क्राफ्ट इंटरनेशनल कोलोन (जर्मनी)” के विशेष सहयोग से आयोजित साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी कार्यक्रम में “पौराणिक एवं भक्ति प्रसंग” की रचनाओं ने सभी को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कल्पकथा संस्थापक “दीदी श्रीमती राधा श्री शर्मा जी” द्वारा की गई जबकि मुख्य अतिथि के रूप में “श्रीमती भावना भारद्वाज जी”, “श्री अनिल शर्मा जी”, आयोजन से जुड़े। दिल्ली से जुड़े वरिष्ठ साहित्यकार श्री कमलेश विष्णु सिंह “जिज्ञासु” जी ने काव्य गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ, गुरु वंदना, गणेश वंदना, एवं माता सरस्वती वंदना से किया।
भास्कर सिंह माणिक के संचालन में काव्यगोष्ठी में देश के विभिन्न प्रदेशों हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, से जुड़े कवियों ने शानदार काव्य पाठ करते हुए सारा वातावरण सुवासित कर दिया।
कार्यक्रम में सहभागी रचनाकार अग्रलिखित हैं।
01) सीमा शर्मा,
02) नीता शर्मा जी,
03) विजय रघुनाथराव डांगे ,
04) श्रीपति रस्तोगी ,
05) किरण अग्रवाल ,
06) रमेशचंद्र गौतम ,
07) भास्कर सिंह माणिक ,
08) मंजू शकुन खरे ,
09) आरती दीक्षित ,
10) रेणु मिश्रा ,
11) गोपाल कृष्ण बागी ,
12) रजनी कटारे “हेम”
13) संतोष मिश्रा,
14) डॉ अंजू सेमवाल ,
15) पूर्णिमा मालवीय,
16) अनिल शर्मा ,
17) रानी शर्मा,
18) विष्णु शंकर मीणा ,
19) भावना भारद्वाज ,
20) प्रीति चौधरी ,
21) साधना मिश्रा लखनवी ,
22) राधा शर्मा ,
23) पवनेश मिश्रा
कार्यक्रम में सभी ने समवेत स्वर में प्रेरक प्रसंगों की जीवन में उपयोगिता, एवं सद साहित्य को जन – जन तक पहुंचाने में सहभागिता को बल देने की अनुशंसा की गई।
कार्यक्रम का समापन कल्पकथा संस्थापिका दीदी श्रीमती राधा श्री शर्मा जी के अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ नियमानुसार सभी द्वारा “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना एवं सभी का आभार व्यक्त कर किया