बिसौली। भंते बी. पी. विनय के मार्गदर्शन में चलाई जा रही महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन मुक्ति रथ यात्रा सोमवार को बिसौली नगर में पहुंची। जहां नगर के लोगों ने यात्रा का स्वागत किया। भंते डा. बी.पी. विजय ने बताया कि यह रथ यात्रा नोएडा से ज्ञान स्थली बौद्ध गया बिहार तक चलाई जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से बीटी एक्ट 1949 को रद्द करवा करवाकर बौद्ध गया के महाबोधि महाविहार का प्रबंध बौद्ध समुदाय को सौंपना है। उन्होंने बताया कि महाबोधि महाविहार बौद्ध गया, बिहार विश्व धरोहर स्थल में शामिल है और दुनिया भर के बौद्धों की आस्था का बड़ा केंद्र है। वर्तमान में वहां लागू बीटी एक्ट 1949 जिसमें चार एवं पांच गैर बौद्ध धर्म के लोग हैं जो संविधान की प्रस्तावना व अनुच्छेद 25 व 26 का उल्लंघन करता है। इस एक्ट को रद्द करके महाबोधि महाविहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को दिया जाए। श्री विजय ने बताया कि विरासत बचेगी तो हम बचेंगे, इसलिए 14 अप्रैल से यात्रा का प्रारंभ किया गया। 11 मई को बोधगया पहुंचकर 12 मई को यात्रा का समापन होगा। इस अवसर पर भंते बुद्ध प्रताप विजय, भंते अनुकृति, भंते महाबोधि, भंते करुणा सागर, भंते महेंद्र बुद्ध मणि, भंते बुद्धि मित्रा, भंते बुद्ध शरण, भंते रामा सराय, तेजेन्द्र सिंह यादव, ज्ञान सिंह पाल, रामबाबू मौर्य, सर्वेश कुमार, ओमकार मानव, राकेश प्रजापति, सौराज कुमार, एड. राकेश कुमर, श्रवण लाल, प्रेमपाल राधेश्याम मौर्य, चिरंजीलाल आदि मौजूद रहे।
