श्रीनगर/नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले ने देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। 1NEWSHINDI की ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में 50 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
यह हमला साल 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसमें हमलावरों ने सुनियोजित तरीके से पर्यटकों की बसों को निशाना बनाया।
1NEWSHINDI की ग्राउंड रिपोर्ट: चश्मदीदों की आंखों में अब भी दहशत
हमारे संवाददाता जब मौके पर पहुंचे तो चारों ओर चीख-पुकार, घायल लोग, टूटे कांच और खून से सनी बसें दिखीं। चश्मदीदों ने बताया कि हमलावरों ने AK-47 से करीब 10 मिनट तक ताबड़तोड़ फायरिंग की। घायलों को हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस के जरिए श्रीनगर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
स्थानीय प्रशासन का दावा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग गंभीर हालत में हैं।
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भारत सरकार की तत्काल कार्रवाई
गृह मंत्रालय ने एनआईए और RAW की टीमें मौके पर भेज दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा की और “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा” संदेश दिया।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि:
> “हम घाटी में शांति भंग करने की हर कोशिश का माकूल जवाब देंगे। यह हमला देश की संप्रभुता पर हमला है।”
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अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तीखी प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप (पूर्व राष्ट्रपति, अमेरिका):
> “भारत को अमेरिका का पूरा समर्थन है। आतंक के खिलाफ जंग में हम साथ हैं।”
बेंजामिन नेतन्याहू (प्रधानमंत्री, इजराइल):
> “यह मानवता के खिलाफ हमला है। इजराइल भारत के साथ एकजुट है।”
गिदोन सार (विदेश मंत्री, इजराइल):
> “हम भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।”
जियोर्जिया मेलोनी (प्रधानमंत्री, इटली):
> “इस हमले ने हमें हिला दिया है। भारत के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।”
श्रीलंका का विदेश मंत्रालय:
> “हम भारत के साथ पूरी एकजुटता में हैं। क्षेत्रीय शांति के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
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राजनयिक मोर्चे पर हलचल तेज
विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र और G20 देशों को हमले की जानकारी दी।
भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने की तैयारी शुरू कर दी है।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत आतंक के खिलाफ और मजबूती से आवाज़ उठाएगा।
सुरक्षा अलर्ट और जांच प्रक्रिया
जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन हाई अलर्ट पर है।
LOC पर अतिरिक्त निगरानी के लिए ड्रोन, सैटेलाइट मॉनिटरिंग और कमांडो यूनिट्स तैनात की गई हैं।
हमले की जांच में NIA, IB, RAW सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां लगी हैं।